I SAY...

Thursday, October 09, 2008

This is a compilation of thoughts of two people: Doofus and Dodo. This is a conversation between them that took place over a span of 3 days after watchig the hindi play "Aao saathi sapna dekhe" This is what they had to say:

Doof: आओ एक सपना देखे

आओ एक अपना देखे

Dodo: खुशियों से भरा ऐसा,

आओ एक सपना देखे

Doof: अपने है तोह, खुशियाँ है,

वरना क्या खुशी

और क्या सपना देखे।

Dodo: अपने नही तोह मत गम कर प्यारे,

खुशियाँ तोह धुन्दने पर मिलती है,

रंग बूँद,

कोई तुम्हे न रोके

आओ एक सपना देखे,

आओ एक अपना देखे।

Doof: अपनों के न होने का ही गम है,

नही तोह इंसान कहलाने में क्या दम है?

फिर भी आशाओं से भरा

हम नया सपना देखे,

बेगानों से जुड़ कर

उनमे एक अपना देखे!

आओ एक सपना देखे

आओ एक अपना देखे।

Dodo: बेगन से जुड़ते हम,

इसीलिए इंसान कहलाते हम।

अपने हो या पराये हो

सपने तोह देखते रहो।

सपने तोह सिर्फ़ देखते हम,

वरना कहलाते जानवर हम।

आओ एक सपना देखे,

आओ एक अपना देखे।

खुशियों से भरा ऐसा,

आओ एक सपना देखे।

Doof: सपने तोह सपने होते है,

हकीक़त से बेरहम थोडी न होते है..

सपनो में तोह बेगाने भी अपने होते है,

हकीक़त में अपने भी बेगाने हो जाते है ..

फिर भी सबको अपनाना हम देखे,

आओ एक सपना देखे,

आओ एक अपना देखे।

Dodo: हकीक़त सपनो से ज्यादा दूर नही,

चाहो तोह सपनो को हकीक़त बना दो।

हकीक़त तोह खैर एक मृगजल नही,

उमीन्द्दोको तोड़ने की ताकत रखता है।

लेकिन, सपने देखना भी गैर नही,

सपनोसेही हकीक़त बनती है।

आओ एक सपना देखे,

आओ एक अपना देखे।

Doof: माना उन्मीद टूटती है,

माना हकीक़त भी हमसे रूठती है ..

फिरसे एक नई उन्मीद हम सपना देखे,

बार-बार एक सपना देखे,

आओ बार-बार की अपना देखे ...

खुशियोंसे भरा ऐसा,

आओ एक सपना देखे।